
जयपुर। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने प्रदेश की जनता के लिए संवेदनशील पहल करते हुए राहत और विकास कार्यों को गति देने की कवायद शुरू की है। इसके तहत आज से शहरी सेवा शिविरों की शुरुआत हो गई है, जबकि 17 सितंबर से ग्रामीण सेवा शिविर ग्राम पंचायत स्तर पर आयोजित किए जाएंगे।
शिविरों का आयोजन नगरीय क्षेत्रों में वार्डवार तथा ग्रामीण इलाकों में पंचायत स्तर पर होगा। जिला कलेक्टर रोहिताश्व सिंह तोमर के निर्देशन में इन शिविरों के माध्यम से जनता को त्वरित राहत उपलब्ध कराई जाएगी।
शिक्षा एवं पंचायती राज मंत्री मदन दिलावर ने निर्देश दिए कि 17 सितंबर से शुरू हो रहे ग्रामीण शिविरों में आने वाले किसी भी ग्रामीण को निराश न लौटना पड़े। उन्होंने कहा कि संबंधित विभागों के अधिकारी और कर्मचारी शिविर में उपस्थित रहकर प्रत्येक व्यक्ति के कार्य को प्राथमिकता से निपटाएं।
मंत्री दिलावर ने यह भी स्पष्ट किया कि शिविर का समय सुबह 9:30 बजे से शाम 6 बजे तक रहेगा। अगर शिविर समाप्ति तक कोई कार्य लंबित रह जाता है, तो विभागवार उसकी सूची बनाकर समयबद्ध तरीके से उसका निस्तारण किया जाएगा। शिविर प्रभारी यह सुनिश्चित करेंगे कि सभी अधिकारी और कर्मचारी पूरे समय मौजूद रहें, ताकि जनता को अधिकतम लाभ मिल सके।
स्वास्थ्य जांच से लेकर सरकारी योजनाओं तक मिलेगी सुविधाएं
उन्होंने बताया कि यह अभियान तब तक जारी रहेगा जब तक प्रत्येक ग्राम पंचायत में शिविर का आयोजन नहीं हो जाता। शिविरों के दौरान सरकारी योजनाओं के आवेदन और स्वीकृतियां, स्वास्थ्य जांच, स्वामित्व योजना के पट्टे, बीपीएल परिवारों का सर्वे, बिजली व्यवस्था में सुधार, स्वच्छता और वृक्षारोपण जैसे कार्य प्राथमिकता से किए जाएंगे।
अभियान के पहले सप्ताह में शिविर 17 से 20 सितंबर तक आयोजित होंगे, जिसमें प्रतिदिन दो ग्राम पंचायतों में शिविर लगाए जाएंगे। इसके बाद अभियान के दौरान प्रत्येक सप्ताह गुरुवार, शुक्रवार और शनिवार को शिविरों का आयोजन होगा।
जिला प्रशासन की बैठक में तय हुई तैयारियां
शिविर की तैयारियों की समीक्षा बैठक कोटा जिला कलेक्ट्रेट सभागार में हुई, जिसमें अतिरिक्त जिला कलेक्टर प्रशासन मुकेश चौधरी, अतिरिक्त जिला कलेक्टर सीलिंग कृष्णा शुक्ला, जिला परिषद के सीईओ राजपाल सिंह सहित सभी उपखंड अधिकारी और संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।