
सरकार ने जीएसटी को आसान बनाने के लिए नया प्रस्ताव रखा है। अब टैक्स के इतने सारे स्लैब नहीं रहेंगे। सिर्फ दो दरें होंगी – 5% और 18%। साथ ही सिगरेट और तंबाकू पर टैक्स को बढ़ाकर 40% करने की बात कही गई है।
क्यों बदल रही है सरकार नियम?
अभी टैक्स स्लैब इतने ज़्यादा हैं कि आम आदमी से लेकर दुकानदार तक सब कन्फ्यूज़ हो जाते हैं। सरकार का कहना है कि अगर दरें कम कर दी जाएँ तो सिस्टम आसान होगा और टैक्स चोरी भी घटेगी। 5% टैक्स: दवाइयाँ और ज़रूरी सामान 18% टैक्स: लग्ज़री और गैर-ज़रूरी चीज़ें यानी कि रोज़मर्रा की चीज़ें थोड़ी सस्ती हो सकती हैं। सिगरेट पर 40% टैक्स – क्यों? सरकार ने साफ कहा है कि तंबाकू और सिगरेट जैसी चीज़ें स्वास्थ्य के लिए नुकसानदेह हैं। महंगी होंगी तो शायद लोग कम खरीदेंगे।
दूसरी तरफ, सरकार को इससे टैक्स का अच्छा-खासा पैसा मिलेगा, जिसे अस्पताल और स्वास्थ्य योजनाओं पर खर्च किया जा सकता है।
सोचिए, एक पैकेट सिगरेट पर अगर पहले 20 रुपये टैक्स लगता था तो अब 40 लगेंगे। जाहिर है, जेब पर बोझ बढ़ेगा। लोगों पर असर दाल, चावल, दवाइयाँ जैसी चीज़ें सस्ती मोबाइल, टीवी, होटल, गाड़ियाँ जैसी चीज़ें महंगी सिगरेट और तंबाकू बहुत महंगे सरकार का फायदा सरकार को ज़्यादा टैक्स मिलेगा।
टैक्स सिस्टम भी सीधा-सपाट हो जाएगा। और लंबे समय में लोगों की सेहत पर भी इसका असर पड़ेगा।
सरकार का फायदा
सरकार को ज़्यादा टैक्स मिलेगा। टैक्स सिस्टम भी अधिक सरल हो जाएगी। और लंबे समय में लोगों की सेहत पर भी इसका असर पड़ेगा।