
नई दिल्ली: गूगल सर्च में अब एआई मॉड हिंदी में भी उपलब्ध हो गया है। इसका मतलब यह है कि जब आप कोई सवाल पूछेंगे तो सिर्फ लिंक ही नहीं, बल्कि गूगल अपनी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) की मदद से आसान भाषा में सीधा जवाब भी देगा। इस बदलाव को लेकर गूगल की वाइस प्रेसिडेंट (प्रोडक्टर) हेमा बुदराजू ने नवभारत टाइम्स से खास बातचीत की सर्च की।
AI मॉड क्या है और कैसे काम करता है?
हेमा बुदराजू के मुताबिक, एआई मॉड अब तक का सबसे ताकतवर सर्च अनुभव है। इसमें एडवांस्ड रिजनिंग और मल्टीमॉडल निर्माता शामिल हैं। लोग इसकी स्पीड, क्वालिटी और उत्तर देने की अनोखी शैली को पसंद कर रहे हैं। आंकड़ों के मुताबिक, अब लोग पहले से 2-3 गुना ज्यादा सवाल पूछ रहे हैं और इनमें से 15% सवाल बिल्कुल नए होते हैं।
गूगल सर्च और एआई के मेल से क्या बदला?
अब लोग केवल जानकारी ही नहीं, बल्कि गुणवत्तापूर्ण और वैज्ञानिक उत्तर भी चाहते हैं। गूगल ने जेमिनी 2.5 मॉडल की तकनीक और अपने डीप कॉलेज को यह सुनिश्चित किया है कि सबसे कठिन सवालों का भी जवाब एक ही जगह मिल सकता है।
एआई मॉड की सबसे बड़ी ताकत
एआई मॉड की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि यह जटिल समाधानों को समझने वाला एक ही बार में उपयोगी उत्तर देता है।
उदाहरण के लिए – यदि माता-पिता अपने 4 और 7 वर्ष के बच्चों को ठंड में घर के अंदर गर्म रखने के लिए पारंपरिक तरीके से अपनाते हैं, तो उनका क्या प्रभाव पड़ेगा? ऐसे में एआई मॉड न सिर्फ सुझाव देता है, बल्कि पसंदीदा वेबसाइटों का लिंक भी उपलब्ध कराता है।
5 युक्तियों के लिए सर्वोत्तम संकलन
अध्ययन यूनिक होना चाहिए।
सरल और सहज भाषा के लिए उपयोगी हो।
बुनियादी जानकारी और विश्वसनीय हो।
एक ही जगह पर कई सवालों के जवाब शामिल हैं।
सामग्री में अंधविश्वास या ग़लत जानकारी न दी जाये।
क्या वेबसाइट डोमेन पर असर दिखता है?
हेमा बुदराजू का कहना है कि ऐसा नहीं है। बल्कि वेबसाइट्स का 2-3 गुना बढ़ा हुआ है। एआई मॉड और ओवरव्यू दोनों में वेबसाइट लिंक नीचे दिए गए हैं। अब यह है कि किताब की गुणवत्ता और स्टोरीटेलिंग की दुकान क्या है।
SEO में क्या बदलाव आये हैं?
SEO और कीवर्ड अब सिर्फ सहायक उपकरण हैं। वास्तविक महत्व हमेशा से रहेगा। यदि सारांश वह प्रामाणिक और उपयोगी है, तो बिना SEO ट्रिक के भी टॉप पर रैंक हासिल करना। Google ऐसी किताबों को बढ़ावा देता है जो वास्तविक जानकारी, महत्वपूर्ण विचार और सकारात्मक टिप्पणियां प्रदान करता है।